Ganga is treated as Goddess and evening prayer is being offered at several places on river bank. This picture is one of the Evening Prayer at Varanasi, taken January, 2011.
गंगा को बचाने की कोशिश
यूँ तो हुई है हज़ारों बार
गंगा बचाओ गंगा बचाओ
शुरू हुआ एक कारोबार ।

प्लान पॉलिसी की आड़ में
बढ़ते गए और अत्याचार
अत्याचार पर रोक लगाने
चुन आई नयी सरकार ।

गंगाजी के विकास को
नालों के निकास को
संतों की बकवास को
लिखा गया इस बार ।

अविरल हो, निर्मल हो
कुछ नहीं तो सम्मान हो
बहने दो बस बहने दो
बस यही एक मांग है ।

नदी हूँ मैं नदी हूँ मैं
बहना ही मेरा काम है
भूल से भी ये मत भूलो
गंगा भी मेरा नाम है ।

– देबादित्यो सिन्हा